tag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post6080742082367908851..comments2023-10-18T03:38:51.036-07:00Comments on चार पहर: अब तो जागो देश मेरे...amit kumarhttp://www.blogger.com/profile/16998323031387864571noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-51317196214949402152008-09-27T08:03:00.000-07:002008-09-27T08:03:00.000-07:00फिल्म यशवंत का एक डायलॉग याद आ गया-सुबह उठो, काम प...फिल्म यशवंत का एक डायलॉग याद आ गया-<BR/>सुबह उठो, <BR/>काम पे जाओ<BR/>शाम को घर आओ<BR/>दारू पीओ<BR/>और एकबार फिर मर जाओ<BR/>हम और हमारे अंदर का इंसान मर चुका है, <BR/>जीने के लिए घिनौने समझौते कर चुका है, <BR/>इसलिए तो एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है.<BR/><BR/>टोपी लगाए मच्छर कह रहा है<BR/>देश के लोगों में समता की भावना आ रही है<BR/>इसलिए तो बड़ी मछली छोटी को खा रही है.<BR/>शैतान की नायायज औलाद तहलका मचा रही है<BR/>और हम भगवान के चहेरे जानवर इंसान <BR/>जीवन को गाली बनाए बैंठे हैं.Satyajeetprakashhttps://www.blogger.com/profile/11272982282044450151noreply@blogger.com