tag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post5709814126312535618..comments2023-10-18T03:38:51.036-07:00Comments on चार पहर: ये देश का दर्द है....amit kumarhttp://www.blogger.com/profile/16998323031387864571noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-61026257651141277442009-03-21T07:11:00.000-07:002009-03-21T07:11:00.000-07:00राज ठाकरे मानसिक रोग से ग्रस्त हैं मुझे लगता है रा...राज ठाकरे मानसिक रोग से ग्रस्त हैं <BR/>मुझे लगता है राज ठाकरे किसी गंभीर मानसिक रोग से ग्रस्त हैं क्योंकि जिस तरह से वो जहर उगल रहे हैं वैसा कोई स्वस्थ आदमी तो नहीं कर सकता है। अपना राजनैतिक वजूद बनाने के लिए कोई इस स्तर तक कैसे जा सकता है। उनकी सभाओं में जुटने वाले लोगों को शायद पता नहीं है कि राज ठाकरे सिर्फ़ अपने व्यक्तिगत राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्हें एक ऐसी अंधेरी सुरंग में ठेल रहे हैं जहाँ उन्हें जान माल की हानि के अलावा कुछ हासिल नहीं होने वाला है। हाँ मराठी- गैरामराठी के नाम पर राज की पार्टी को दोचार विधानसभा की सीटें अवस्य हासिल हो जा सकती हैं। कभी बाल ठाकरे ने भी यही फार्मूला अपनाया था अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए और अब राज जो कभी बालासाहेब के उत्तराधिकारी माने जाते थे आज उन्हीं की दवा उन्हें पिला रहे हैं.दरअसल राज को न मराठियों की भलाई से कुछ लेना-देना है और न ही उन्हें गैरमराठियों से कोई अदावत है. उस बेचारे को तो अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाना है. उस बेचारे के पास अपने चाचा बाल ठाकरे की दी हुई एक शिक्षा है, जिसे उपयोग कर वो अपना राजनीतिक वजूद बचाने की कोशिश कर रहा है. और तो उनके पास कोई राजनीतिक आधार है नहीं . अभी कल तक शिवसेना की विरासत सँभालने की उम्मीद में बाल ठाकरे की उंगली पकड़ कर घूम रहे थे परन्तु जब देखा कि शिवसेना की राजनीती की दुकान तो उद्धव के नाम की जा रही है तो बालासाहेब की उंगली छुड़ा कर भाग लिए. अब शिवसेना के राजनीतिक गर्भ में राज ने जो नफरत की तालीम पायी है वो उसी का उपयोग कर रहे हैं. परन्तु महाराष्ट्र के मराठी भाइयों को एक बात समझनी चाहिए कि राज और बाल ठाकरे दोनों ही मराठी हैं लेकिन उन्होंने एक दूसरे के हित का तो ध्यान नहीं रखा और किसी गैर मराठी ने तो उनका कुछ नहीं बिगाड़ा फ़िर वो गैर मराठियों के विरुद्ध क्यों हो गए. सिर्फ़ इसलिए कि इस देश में जहाँ जनाधार विहीन लोग प्रधानमंत्री बने हुए हैं वहां जाति,धर्म,भाषा,साम्प्रादय और क्षेत्रीयता के नाम पर लोगों को बांटना बेहद आसान है. न महाराष्ट्र सरकार राज के इस नफ़रत फैलाओ अभियान पर लगाम लगना चाहती है और न ही केन्द्र सरकार. मनमोहन सिंह ने तो इसपर एक बयान देना भी उचित नहीं समझा. सवाल उठता है कि अगर सरकार कुछ नहीं कर रही है तो क्या हम आम लोग इसका विरोध नहीं करेंगे, चाहे हम मराठी हों या गैर मराठी. मीडिया भी राज के बयानों और उनकी सभाओं का बहिष्कार कर उनके मंसूबों पर बहुत हद तक अंकुश लगा सकता है. पर क्या ऐसा होगा ? देखते हैं.<BR/><BR/>vijay issuaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-53470571025567072632008-10-27T12:22:00.000-07:002008-10-27T12:22:00.000-07:00diwali ki hardik subhkamnayein.diwali ki hardik subhkamnayein.सचिन मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07382964172201827333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-12674909782123552092008-10-27T11:14:00.000-07:002008-10-27T11:14:00.000-07:00राहुल था सो मर गया, अफ़जल जिन्दा यार.पूरी सेकूलर बन...राहुल था सो मर गया, अफ़जल जिन्दा यार.<BR/>पूरी सेकूलर बनी, इन्डिया की सरकार.<BR/>इन्डिया की सरकार, हुई अंधी और बहरी.<BR/>घोर रसातल मे डूबेगी अब यह गहरी.<BR/>कह साधक कवि, राज ना समझा, वह पागल था.<BR/>अफ़जल जिन्दा यार, मर गया जो राहुल था.Sadhak Ummedsingh Baid "Saadhak "https://www.blogger.com/profile/07864795175623338258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-61777997430995405312008-10-27T11:06:00.000-07:002008-10-27T11:06:00.000-07:00एक युवक मारा गया काफी ग़लत हुआ | दीपावली पर हार्दि...एक युवक मारा गया काफी ग़लत हुआ | दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!<BR/>दीपावली आप और आपके परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!Vivek Guptahttps://www.blogger.com/profile/14118755009679786624noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3937596259361901725.post-18638602126981488342008-10-27T10:17:00.000-07:002008-10-27T10:17:00.000-07:00आपके पूरे परिवार और मित्रगण सहित आपको भी परम मंगलम...आपके पूरे परिवार और मित्रगण सहित आपको भी परम मंगलमय त्यौहार दीपावलि की बहुत बहुत शुभकामनाएं।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com